अगर आप सिर्फ 8 साल में 3 करोड़ रुपये का फंड तैयार करना चाहते हैं, तो इसके लिए सही SIP अमाउंट और सही रिटर्न रेट को समझना बेहद जरूरी है। म्यूचुअल फंड SIP लंबे समय तक बड़ा फंड बनाने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। छोटी-छोटी मासिक किश्तें भी समय के साथ चक्रवृद्धि ब्याज की वजह से बड़ा रिटर्न दे देती हैं। लेकिन 3 करोड़ का लक्ष्य कम समय में हासिल करने के लिए निवेश राशि ज्यादा रखनी होती है।
SIP क्या है
SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, जिसमें आप हर महीने तय राशि म्यूचुअल फंड में जमा करते हैं। SIP की खासियत यह है कि बाजार ऊपर-नीचे होने पर भी आप नियमित निवेश करते रहते हैं, जिससे औसत खरीद मूल्य कम पड़ता है। लंबे समय में चक्रवृद्धि रिटर्न आपके निवेश को तेजी से बढ़ाता है। यही कारण है कि लोग बड़े फाइनेंशियल लक्ष्य के लिए SIP को चुनते हैं।
8 साल में 3 करोड़ हासिल करने के लिए रिटर्न कितना चाहिए
अगर आप इक्विटी फंड में SIP करते हैं तो औसतन 12% से 15% सालाना रिटर्न मिल जाता है। लेकिन छोटा समय होने पर थोड़ा अधिक मासिक निवेश की जरूरत होती है। 3 करोड़ का लक्ष्य पाने के लिए आपको अपना SIP अमाउंट बढ़ाना होगा। जितना अधिक रिटर्न मिलेगा, लक्ष्य उतनी जल्दी पूरा होगा।
कितनी SIP करनी होगी
यहां 3 करोड़ रुपये का लक्ष्य 8 साल में पूरा करने के लिए 12%, 14% और 15% रिटर्न दर पर SIP कैलकुलेशन दिया गया है:
| सालाना रिटर्न | 3 करोड़ पाने के लिए मासिक SIP (₹) |
|---|---|
| 12% | ₹2,10,000 के करीब |
| 14% | ₹1,90,000 के करीब |
| 15% | ₹1,80,000 के करीब |
अगर आप 8 साल का समय रखते हैं, तो लगभग ₹1.8 लाख से ₹2.1 लाख प्रति माह SIP करनी होगी। समय जितना बढ़ेगा, निवेश राशि उतनी घटेगी। इसलिए अगर आप कम SIP में यह लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं, तो समय अवधि 12–15 साल कर सकते हैं।
कौन लोग कर सकते हैं इतनी बड़ी SIP
इतनी बड़ी SIP आमतौर पर बिजनेस मैन, हाई इनकम सैलरीड प्रोफेशनल, एनआरआई या बड़े निवेशक आसानी से कर पाते हैं। जो लोग 20 हजार, 30 हजार या 50 हजार प्रति माह SIP करना चाहते हैं, वे भी लंबी अवधि यानी 15–20 साल में करोड़ों का फंड बना सकते हैं। SIP का फायदा यह है कि कोई भी अपनी क्षमता के अनुसार शुरुआत कर सकता है और बाद में निवेश बढ़ा सकता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में दिया गया SIP कैलकुलेशन अनुमानित रिटर्न पर आधारित है। बाजार जोखिमों के अनुसार रिटर्न बदल सकता है। निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।